जयपुर के एसएमएस अस्पताल में करवाया अंगदान
सीकर। जवान बेटे की मौत एक पिता को पूरी तरह से तोड़ देती है। पिता को यो लगता है कि मानो उसकी दुनिया ही उजड़ गई हो। लेकिन दांतारामगढ़ ब्लाक के तूलिका चारणवास गांव निवासी जगदीश प्रसाद अपने बेटे को तीन लोगों मे जिंदा देख रहे है। उनके बेटे आदित्य ने मरने के बाद भी तीन लोगों को जीवनदान दिया है। जानकारी के अनुसार तूलिका चारणवास गांव के 15 वर्षीय युवक आदित्य का ब्रैन डेड होने के बाद उसके पिता जगदीश प्रसाद ने अंगदान का फैसला लेते हुए अंगदान महादान की कहावत को सही चरितार्थ कर दिखाया। पिता जगदीश प्रसाद ने एसएमएस अस्पताल जयपुर में उसके किडनी व लिवर अंगदान किये। आदित्य ने मृत्यु के बाद भी तीन लोगों को नया जीवन दिया है।
शनिवार को गांव तूलिका चारणवास में आदित्य का अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार में सीएमएचओ डॉ निर्मल सिंह, बीसीएमओ डॉ नितेश कुमार शर्मा, जीणमाता पीएचसी के प्रभारी अधिकारी डॉ एचएस फगेड़िया, रूपगढ़ पीएचसी के डॉ हरि सिंह नेहरा व नर्सिंग अधिकारी रणजीत बुडानिया ने परिजनों को ढाढस बंधाते हुए उनके अंगदान के निर्णय की सराहना की।
जगदीश प्रसाद के दो बच्चों में से 15 वर्षीय आदित्य सीकर के प्राइवेट स्कूल में 11वी कक्षा का छात्र था। आदित्य की बड़ी बहन रुड़की में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रही है। जगदीश प्रसाद अपने बेटे आदित्य को भी पढा लिखा कर अधिकारी बनाना चाहते थे।