रानोली। कस्बे के नवनिर्मित सीएचसी परिसर में करीब 50 साल पहले बनी पानी की टंकी काफी जर्जर हो चुकी है। टंकी का प्लास्टर व सरिए गिरने लग गए हैं जो कभी भी बड़े हादसे की वजह बन सकते हैं। टंकी के आस पास बने बजार के दुकानदारों व आमजन को भी अनहोनी का डर सताने लग गया है। लोग हर समय दहशत के माहौल में रहते हैं। लेकिन जिम्मेदार अधिकारी इस जर्जर टंकी को देखकर भी अनदेखा कर रहे हैं। गौरतलब है कि नवनिर्मित सीएचसी परिसर में करीब पचास साल पहले पानी की टंकी बनाई गई थी। इस टंकी से पूरे गांव में पीने का पानी सप्लाई होता है। वर्तमान में टंकी पूरे तरीके से जर्जर अवस्था में आ गई है। टंकी की सीढ़ियां जर्जर होकर पहले टूटकर गिर चुकी है। अब टंकी का प्लास्टर व सरिए टूटकर गिरने लग गए हैं। हालांकि गांव में तीन नई पानी की टंकी निर्मित हो चुकी है इसके बावजूद भी जर्जर टंकी में पानी भरकर सप्लाई किया जाता है। दुकानदारों का कहना है कि जर्जर हो चुकी टंकी में पानी भरने से यह कभी भी धराशाई होकर गिर सकती है। आसपास के लोगों में जान माल के नुकसान का खतरा हमेशा मंडराता रहता है।
नई टंकी बनने के बाद भी नहीं हटाई जर्जर टंकी
गांव में नई पानी की टंकी का निर्माण होने के बावजूद भी पुरानी पानी की टंकी को नही हटाया गया। जर्जर टंकी को हटाने के बजाय उल्टा उसी में पानी भरकर सप्लाई किया जाता है। जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही कभी भी किसी बड़े हादसे का कारण बन सकती है। इस टंकी की सीढ़ियां टूटने के बाद सफाई भी आज तक नहीं की गई है।
इनका कहना है
टंकी तोड़ने का प्रस्ताव लिया हुआ है। बुधवार को ही सर्वे किया था। जो नई टंकी बनी हुई है उसमें अभी कुछ कनेक्शन बाकी हैं कॉन्ट्रैक्टर को बुलाया है जल्द ही जर्जर पानी की टंकी को तोड़कर हटा दिया जाएगा।
राजेंद्र मीणा – सहायक अभियंता, जलदाय विभाग, दांतारामगढ़
रिपोर्ट :-पिंटू कुमावत, रानोली