विदेशदेशराज्य

रींगस-खाटूश्यामजी प्रस्तावित रेल लाइन को लेकर ग्रामीणों ने कर डाली यह मांग

जिला स्तरीय जनसुनवाई में ग्रामीणों ने कलेक्टर से लगाई गुहार

खाटूश्यामजी। वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से आयोजित हुई जिला स्तरीय जनसुनवाई में गुरुवार को दांतारामगढ़ उपखंड मुख्यालय के आईटी केंद्र पर खाटूश्यामजी नगर पालिका के कैरपुरा गांव के ग्रामीण पहुंच गए। ग्रामीणों ने रींगस से खाटूश्यामजी तक प्रस्तावित 17 किलोमीटर के रेल मार्ग का विरोध जताते हुए दोबारा सर्वे करवाने की मांग रखी है। ग्रामीण ने केंद्रीय रेल मंत्री के नाम दातारामगढ़ उपखंड अधिकारी गोविंद सिंह भींचर को ज्ञापन सौंपा। जिला कलेक्टर कमर उल जमान चौधरी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस में ग्रामीणों से बातचीत करते हुए उचित समाधान का आश्वासन दिया। जिला कलेक्टर ने कहा कि रेलवे अधिकारियों एवं सर्वे टीम के इंजीनियरों से बात की जाएगी एवं यथासंभव समाधान निकालने का प्रयास किया जाएगा।

ज्ञापन देने आए ग्रामीणों का कहना था कि खाटूश्यामजी से रींगस के बीच प्रस्तावित रेलवे लाइन को लेकर जिन खसरों को चिन्हित किया गया है वहां सघन आबादी है। कैरपुरा गांव में लगभग 2 किलोमीटर क्षेत्र में ही दर्जनो घर व सैकड़ो बीघा कृषि योग्य भूमि, ट्यूबवेल आदि प्रभावित हो रहे हैं। दर्जनों परिवारों के सामने रोजी-रोटी का संकट आएगा व उनके आवास छिन जाएंगे। गौरतलब है कि राज्य सरकार ने हाल ही में केरपुरा गांव को नगरीय विकास विभाग ने अधिसूचना जारी करते हुए खाटूश्यामजी नगरपालिका में शामिल किया है। गांव को प्रस्तावित मास्टर प्लान का हिस्सा भी बनाया गया है। प्रस्तावित रेलवे लाइन केरपुरा गांव को दो भागों में विभाजित करेगी। गांव का महज 20 प्रतिशत हिस्सा ही खाटूश्यामजी नगर पालिका की तरफ रहेगा। शेष 80 प्रतिशत हिस्सा रेलवे लाइन के दूसरी तरफ चला जाएगा। गांव दो भागों में विभाजित होने से सरकार की विकास योजनाएं भी प्रभावित होगी वी उनको पूरा करना संभव नहीं होगा। ज्ञापन के दौरान केरपुरा के अनेक ग्रामीण मौजूद रहे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!
.site-below-footer-wrap[data-section="section-below-footer-builder"] { margin-bottom: 40px;}